रेलवे में एकल पिता को भी अब अप्रैल से अपने नन्हे-मुन्नों की देखभाल के लिए चाइल्ड केयर लीव मिलेगी। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को राज्यसभा में बताया कि सरकार ने लैंगिक समानता और न्याय को बढ़ावा देने के लिए यह फैसला किया है। गोयल ने बताया कि सरकार की नीति के तहत रेलवे में एकल पिता को बच्चे की देखभाल के लिए दो वर्ष का अवकाश मिल सकता है। रेलकर्मी अप्रैल से इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे।
अभी रेलवे अपनी महिला कर्मियों को बच्चे के जन्म के समय या 18 वर्ष तक के अपने नाबालिग बच्चों की देखभाल के लिए दो वर्ष की चाइल्ड केयर लीव देता है। इसमें कर्मी को एक साल तक पूरा वेतन मिलता है और अगले एक साल 80 फीसदी वेतन दिया जाता है। रेलवे ने 11 दिसंबर 2018 को एकल पिता को चाइल्ड केयर लीव देने का फैसला किया था जिसे अप्रैल से लागू किया जा रहा है।